STORYMIRROR

shweta mishra

Romance

3  

shweta mishra

Romance

इश्क़ में रिस्क

इश्क़ में रिस्क

1 min
186

अजीब हाल हो रखे हैं आजकल

होंठों पर मुस्कान तो है 

पर आँखों में नमी भी।।

सब आसपास तो है 

पर बेचैन दिल में 

खलती एक कमी भी।।

खुद के साथ हूँ मैं 

खुद की खोज हूंँ मैं 

साथ चल रहा मेरे आसमां 

मीलों फासले में भी पास तो है 

पर न जाने क्यूं 

दूर लगती अब

कदमों से सटी जमीं भी।। 


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance