इंटरनेशनल नर्सेज डे पर *नर्स*
इंटरनेशनल नर्सेज डे पर *नर्स*
नर्स नाम लेते ही,
श्वेत वस्त्र नजर आ जाता है।
नर्स नाम को सुनकर ही,
भाव समर्पण सेवा,
मन में आ जाता है।
जहां स्वजन महामारी से डरते,
कोरोना संक्रमित होने से डरते।
आज नर्स दिन-रात सेवा कर,
दृढ़ आत्मविश्वास ताकत से,
यह साबित कर दिखाया है।
कोरोना काल में खुद संक्रमित होकर,
हमारी जान बचाई है।
नर्स जान हथेली पर लेकर,
हमें सुरक्षा कवच पहनाया है।
सेवा की संजीवनी हो आप,
हर नर्स में माँ भी हो आप।
जिसमें सेवा भाव भरा रहता,
निस्वार्थ दया भाव भरा रहता।
कभी माँ की तरह पुकारती,
कभी बेटी बन बाल संवारती।
सबकी रक्षा करने वाली नर्स,
आज खुद से जंग हार गई।
देश की सेवा करते करते,
खुद देश के लिए बलिदान हुई।
पीपीई किट मास्क दस्ताने,
१२ घंटे पहनना बड़ा कठिन है।
सच आप देवी-देवताओं को,
समझना बड़ा कठिन है ।