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Preeti Rathore

Romance

4  

Preeti Rathore

Romance

इंतजार

इंतजार

1 min
273


मुद्दतो बाद ही सही तुम से मुलाकात हो

भीड से बेखबर बस तुम्हारा साथ हो

खोयी रहुँ तुझमे ही ना जग का कोई ख्याल हो

पहली मुलाकात सी फिर मुलाकात हो

खामोशी रहे पर आँखो से सब बयान हो

फीकी चाय उसमे तुम्हारी बातो की मिठास हो

अन्तर्मन भीगे आनन्द से फिर वो सावन की बरसात हो

कभी खत्म न होने वाली रात हो

आंसुओ से विरह की यादो की बरसात हो

जीवन मे फिर ये विरह का वनवास न हो

खो जाऊं तुझ मे ही क्या पता ये मुलाकात फिर ना हो

तुम सिर्फ मेरे, मै सिर्फ तुम्हारी जन्मो जन्म का अटुट साथ हो

अनकहे अल्फाजो से बयां जज्बात हो

मेरी तन्हाईयां अक्सर करती है बाते तेरी

पर मुद्दतो बाद ही सही तुम से मुलाकात हो...



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