इक तरफा प्यार
इक तरफा प्यार
एक तरफा प्यार कभी
एक तरफा नहीं होता...
क्योंकि बिना हीर के रांझा !
शायद रांझा नहीं होता
अपनी कहानी में हर कोई
हीरो बनना तो चाहता है
पर बिना हेरोइन के कोई हीरो
हीरो नहीं होता।
कहानी की बुनियाद चाहे कितनी भी
मजबूत क्यों न हो.
बिना इश्क के कोई
मुकम्मल नहीं होता।
इसीलिए सही कहा है किसी ने
एक तरफा प्यार कभी
एक तरफा नहीं होता...
क्योंकि बिना हीर के रांझा !
शायद रांझा नहीं होता।
इश्क के बाजार में
लाखों बोलियाँ लगती है मगर
एक तरफा आशिक़ों का दाम
कभी कम नहीं होता।।
दुनिया के लिए हम
मिट्टी का पुतला ही सही
पर इतिहास गवाह है कि
एक तरफा आशिक़ों का
कोई जवाब नहीं होता।
गहराइयों में रहने की
आदत होती है हमें
तभी तो उजाले से हमारा
कोई तालुकात नहीं होता।
इसीलिए सही कहा है किसी ने
एक तरफा प्यार कभी
एक तरफा नहीं होता
क्योंकि बिना हीर के रांझा !
शायद रांझा नहीं होता।
लोग अक्सर उदास कहते हैं हमें
अब उन्हें कौन बताये
हम जैसा खुशनसीब तो वो
खुदा भी नहीं होता।
शायद अकेला देखा है
उन्होंने हमें अक्सर
अब उन्हें कौन बताये
कि हमारा अकेलापन भी
कभी अकेला नहीं होता।
इसीलिए सही कहा है किसी ने
एक तरफा प्यार कभी
एक तरफा नहीं होता
क्योंकि बिना हीर के रांझा !
शायद रांझा नहीं होता।