माँ का संघर्ष
माँ का संघर्ष
अच्छा-बुरा सब साथ लिखूँगा
क्या गुजरी है माँ तेरे उपर
आज मैं तेरे हालात लिखूँगा
मैं लिख दूँगा घर से मिली परेशानियाँ तेरी
और तेरी वजह से घर में आई
ख़ुशियों की सौगात लिखूँगा
मेरी पूरी दुनिया है तू
और पूरी दुनिया तुझसे ही है माँ
तुझ संग अछूत व्यवहार करने वालों की
आज मैं औकात लिखूँगा
बहुत-से वीर योद्धाओं का संघर्ष है
हमारे इतिहास में
मैं तेरे पराक्रम पर एक किताब लिखूँगा
कभी कहा नहीं तुझसे की कितना
प्यार और सम्मान है
मेरी आँखों में तेरे लिए
आज बड़ी हिम्मत करके
अपने दिल की मैं हर बात लिखूँगा
और बेशक ख़ुदा ने बनाई है दुनिया
मगर मुझे तो तूने बनाया है
आज तुझसे जुड़े दिल के हर
जज्बात लिखूँगा
और ये गलत है या सही
मालूम नहीं मुझे
ख़ुदा का दर्जा बहुत ऊपर है हमारी सोच से भी
मगर मैं उससे भी बड़ा तेरा नाम लिखूँगा
मैं उससे भी बड़ा तेरा नाम लिखूँगा
