ये बेबुनियाद उम्मीदें तुम्हारी
ये बेबुनियाद उम्मीदें तुम्हारी
मैं कोई कहानी या कहानी का किरदार नहीं हूँ
मैं कोई शायर या गीतकार नहीं हूँ
मैं एक कागज की कश्ती हूँ बस कोई पतवार नहीं हूँ
मैं दिन व्यस्त हूँ किसी का
बच्चों का इतवार नहीं हूँ
तुम जिसे तलाश रहे हो शायद मैं वो प्यार नहीं हूँ
मैं रिश्ता हूँ वफा का तुम्हारे
कभी न टूटना वाला एतबार नहीं हूँ
वो मंजिल तक साथ देने वाला मुसाफिर नहीं हूँ मैं
जितना तुम समझते हो मैं उतना भी वफादार नहीं हूँ
कुछ खामियाँ कुछ बुरी आदतें मुझमें भी है
आखिर इंसान हूँ मैं परवरदिगार नहीं हूँ
मैं छाता हूँ तेरी आँखों से होती बारिशों का
मैं साथी हूँ तेरे दर्दों का महज़ तेरी खुशियों का हिस्सेदार नहीं हूँ
हर तरह से तो जानते हो तुम मुझे
फिर भी और जानना चाहते हो
अरे कोरा कागज हूँ मैं अखबार नहीं हूँ
जो जैसा है उसके लिए वैसा ही हूँ मैं
बस अनुभव हूँ जरा-सा जिन्दगी का गीता का सार नहीं हूँ