हत्यारा
हत्यारा
जो बेबस
का खून बहाए
दिन दहाड़े
हथियार चलाए
दहेज हेतु
नव वधू जलाए
पुत्र पाने को
गर्भपात करवाए
स्वार्थ हेतु
लाशें गिरवाए
निर्दोष पशु
की बलि चढ़ाए
क्या केवल
वही हत्यारा है?
जो भर दे घोर
निराशा मन में
राहु बन आए
जीवन में
सारे आस
दीप बुझाए
घोर हताशा
तिमिर फैलाए
जीवन से
विरक्त बनाए
आत्मदाह के
भाव जगाए
वह भी निःसन्देह
हत्यारा है।
