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saloni sethiya

Tragedy

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saloni sethiya

Tragedy

नजारा 2020

नजारा 2020

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सफर 2020 शूरू ही हुआ था

अनेकों ने वर्षभर की कार्यप्रणाली को सींचा हुआ था 

समय का पहिया जैसे रूक ही गया 

कहते हैं अच्छा वक्त गुजर जाता है 

बुरा वक्त इम्तिहान जरुर लेता है 

अनेकों जिंदगियों का अंत जैसे मजाक बन गया है 

किसी को खाने को अन्न नहीं मिल रहा है 

कोई अपने ही घर जाने को दर-दर भटक रहा है 

मासूम बच्चा भी इस मंजर से परिपक्व हो रहा है 

अंदाजा नहीं है इस तुफान के थमने का 

शायद प्रकोप ही है यह प्रकृति का। 



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