माँ
माँ
प्यारी मां मुझको तुम्हारी दुआ देना
तुम्हारे आंचल की ठंडी हवा देना
चलते - चलते थक जाउं राहों में
मेरी हिम्मत बनकर सहारा देना
खुशियां अपनी सारी न्योछावर की मुझ पर
अपने गम भी तुम मुझसे बांट लेना
मुस्कुराकर पूरा किया मेरी ख्वाहिशों को
कभी अपनी ख्वाहिशों का भी जिक्र तुम करना
भीड़ से अलग चलकर दूर चली भी जाउं
पलटकर देखूं तो अपने आंचल की छाव देना
तुम्हारे ऋण को चुका पाउं इस काबिल नहीं
ये शीश सदा ही तुम्हारे चरणों में झुकता रहेगा।
