तुम कौन हो ..........?
तुम कौन हो ..........?
कृष्ण कहो न कौन हो तुम ?
बोलो न क्यों मौन हो तुम ?
हो ज्ञान तुम या विज्ञान,
या हो राह कोई आसान
हो शून्य तुम या हो अनंत,
जिसका न हो जैसे कोई अंत
हो सूक्ष्म या हो विशाल या
हो रूप कोई विकराल .....
कृष्ण कहो न कौन हो तुम ?
बोलो न क्यों मौन हो तुम ?
हो संयम या क्रोध हो,
या फिर तुम कोई शोध हो
हो गीता का ज्ञान या
हो अर्जुन का बाण तुम
या हो त्रेता में जन्मे कौशल्या
के राम तुम .........
कृष्ण कहो न कौन हो तुम ?
बोलो न क्यों मौन हो तुम ?
हो हवा या हो आग
या हो फिर बरसात तुम
हो सत्व या हो तत्व या
हो विधि -विधान तुम
हो रीत या हो प्रीत या
हो मीरा का तुम कोई गीत ........
कृष्ण कहो न कौन हो तुम ?
बोलो न क्यों मौन हो तुम ?
हो पूर्व या पश्चिम तुम
या हो उत्तर -दक्षिण तुम
हो सूर्य या हो चन्द्रमा
या फिर सबके हो अरमान तुम
हो प्रेम या हो कर्म
या हो तुम कोई धर्म
हो पुष्प या हो शूल या
हो रत्न कोई बहुमूल्य .......
कृष्ण कहो न कौन हो तुम ?
बोलो न क्यों मौन हो तुम ?
हो सीप या मोती तुम
या फिर दीपक की ज्योति तुम
हो आस या हो विश्वास
या हो तुम कोई आभास
हो भूत या हो भविष्य
या तुम ही मेरा वर्तमान हो
कृष्ण कहो न कौन हो तुम ?
बोलो न क्यों मौन हो तुम ?
हो धरा या आ समाया हो पूरा ब्रह्मांड तुम .....