झरनों की झनझनाहट आंखों को तृप्त करती इस सृष्टि को जानो तुम पहचानो तुम। झरनों की झनझनाहट आंखों को तृप्त करती इस सृष्टि को जानो तुम पहचानो तु...
रवि रश्मियों के प्रवाह में करता रहता है प्रतीक्षा मिलन की अनवरत। रवि रश्मियों के प्रवाह में करता रहता है प्रतीक्षा मिलन की अनवरत।
तुम बन जाओ पृथ्वी मैं बन जाऊँ चंद्रमा, दूर रहो तुम चाहे जितने मैं तो करूँ तेरी परिक्र तुम बन जाओ पृथ्वी मैं बन जाऊँ चंद्रमा, दूर रहो तुम चाहे जितने मैं तो करूँ ते...
चंद्रमा की किरणों के साथ नदी की नक्काशी लाल हो रही है चंद्रमा की किरणों के साथ नदी की नक्काशी लाल हो रही है
आज रात समुद्र शांत है। ज्वार भरा हुआ है, चंद्रमा निष्पक्ष है । आज रात समुद्र शांत है। ज्वार भरा हुआ है, चंद्रमा निष्पक्ष है ।
कोई प्रेमी प्रेमिका को कितना चाहता है... किस कदर चाह सकता है... इसका अंदाजा है आपको...? नहीं...? तो ... कोई प्रेमी प्रेमिका को कितना चाहता है... किस कदर चाह सकता है... इसका अंदाजा है आ...