प्रेम........
प्रेम........
1 min
243
प्रेम भले हो आधा सा
मगर हो कृष्ण और राधा सा,
जिस्म भले ही न मिले ,
रूह से बंधा हो एक धागा सा ,
न कोई बंधन , न हो संगम
न हो कोई वादा सा....
जब भी मिले राधा कृष्ण....
तो लगे कृष्ण बस राधा सा....।।
