हसरतें
हसरतें
मैं दफन कर आया हूँ
अपनी सारी हसरतें।
अब एक ही जुनूँ है
कि बस पा लूँ तुझे।
तोड़ दे सारी बंदिशे
तू खत्म कर दे दूरियाँ।
तू परख ले मुझे और
मैं आज़मा लू तुझे।
ऐसे न तड़पा मुझे
न खेल यूँ आँख-मिचौली।
आँखों में काजल की तरह
मैं समा लू तुझे।

