आँखों में काजल की तरह मैं समा लू तुझे। आँखों में काजल की तरह मैं समा लू तुझे।
ईद को आने में अभी और वक़्त है, तू गले लग जा किसी और बहाने से। ईद को आने में अभी और वक़्त है, तू गले लग जा किसी और बहाने से।
यह कैसी बंदिशे यह कैसी रिवायतें सांस को रोकती है तमाम तरह की बातें। यह कैसी बंदिशे यह कैसी रिवायतें सांस को रोकती है तमाम तरह की बातें।
हर उम्र की अपनी ख्वाहिशें होती हैं ख्वाहिशों पर कहाँ उम्रे बंदिशें होती है। हर उम्र की अपनी ख्वाहिशें होती हैं ख्वाहिशों पर कहाँ उम्रे बंदिशें होती है।
जो फैले तिमिरों का नाश करे इंसानों की जिंदगी को प्रकाश करे ! जो फैले तिमिरों का नाश करे इंसानों की जिंदगी को प्रकाश करे !
कुछ बंदिशें ज़रूरी हैं, संग जीने के लिए। कितनी ही ख्वाहिशें अधूरी हैं. कुछ बंदिशें ज़रूरी हैं, संग जीने के लिए। कितनी ही ख्वाहिशें अधूरी हैं.