हर सू मुझे सनम नज़र आता है
हर सू मुझे सनम नज़र आता है
{ 1 } हर सू मुझे सनम नज़र आता है
खुब हुस्न ए फबन नज़र आता है
[ खुब हुस्न ए फबन ( खूबसूरत हसीन चेहरा ) ]
{ 2 } यह निखार ए जेहबा क्या कम है
की तू हूर ए ज़मन नज़र आता है
[ हूर ए ज़मन ( हूरो का ज़माना ) ]
{ 3 } निखहत ए गुलशन व गुलज़ारो में
बू ए गुल व चमन नज़र आता है
{ 4 } शब ए तिर्गियो में बे नकाब रूबरू
माह बर चांद गहन नज़र आता है
[ माह बर चांद गहन ( चांद के आगे चांद ग्रहण ) ]
{ 5 } संग ए मयार पर शनख्स ए ज़र तू
ज़र शाक ज़र बदन नज़र आता है
[ संग ए मयार ( सोना परखने के पत्थर )
शनख्स ए ज़र ( सोने की परख में )
ज़र शाक ( सोने सी चमक )
ज़र बदन ( सोने सा बदन ) ]
{ 6 } दस्ताना ए लैला ओ मजनूँ में तू
दर समा लैला ए दहन नज़र आता है
[ दर खुद लैला ए दहन ( तुझ में लैला का चेहरा ) ]
{ 7 } सहर ए रौशन शम्श ए फगन में
तू ही तू ज़ौ फ़गन नज़र आता है
[ शम्श ए फगन ( सूरज की किरणों )
ज़ौ फ़गन ( तेज़ किरण ) ]
{ 8 } सदा ए तराना ए साज में 'हसन'
सदा ए यार सर मगन नज़र आता है
[ सर मगन ( मस्ताना कर देने वाला ) ]