होली राधे श्याम का
होली राधे श्याम का
बरसाने की राधा प्यारी
गोकुल से कृष्ण मुरारी
राधा के हाथों में फूलों की थाल
कृष्ण के हाथों में रंग गुलाल
लाल रंग से खेले होली
राधा के संग कृष्ण की टोली
राधा के चुनर हुए लाल
ये प्रेम रंग है बड़ा कमाल
उत्साह होली का देखो
मन में भरी उमंग है
राधा के संग सखियां प्यारी
झूमे ले के रंग है
खुशियों की होली आती है
हर गम को दूर ले जाती है
गोकुल से आए है कन्हैया
राधा खूब रंग लगाती है।
फागुन का रंग यूं बिखरा
लगा वसंत का मेला है
हरियाली से सजा उपवन
यमुना में बूंदें चमकती है
बजे बसीं मोहन का जब भी
अंबर से फूल बरसती है
रंग सजा ये बैंगनी रंग का
मन मोहे रंग गुलाबी
सात रंगों से सजी है होली
खेले रंग बरसाने की टोली
खेल रही गोपियां वन में
भूरी _भूरी ये आंखों वाली
नीले नीले अम्बर सजी है
खेले रंग जब राधा रानी
काली काली जुल्फें है जो
पिली काली नीली रंगों से
सजके हुई है अतरंगी
सजी है थाली रंगों से देखो
उसमें पड़ी है रंग नारंगी
सुख मिले वहां परम धाम का
वो वृंदावन की होली राधे श्याम का।।
