कौन वहां
कौन वहां
एक सुनसान सा रास्ता
और अंधेरी रात
तेज हवाओं का झोंका
और हल्की सी बरसात
वो कैसी आवाज आई थी
पुलों के नीचे से
पत्तों के पीछे से
कोई है यहां बहुत पुरानी
बताया करती थी मेरी नानी
डर से हुआ था पानी _पानी
कौन वहां न जाने क्या था
अब तक समझ न पाया।