Nitu Maharaj
Comedy
जिंदगी बेकार कर गए है अब ये
विकास का झूठ नारा लगाई
हालत बदतर हुई है सबकी
ऊपर से हाय ये महंगाई
बेरोजगारी हुई है कितनी
कैसे जिए युवा सरकार
कैसे गुजरे ये जीवन अब
दे कोई उपाय बताए,
ऊपर से हाय ये महंगाई।
हिन्दी से हिं...
नया सवेरा
आंखे
ये महंगाई
मै छू लूं गगन...
गरीब मासुम
कौन वहां
एक मीरा
संकल्प
है किसी की उम...
तुम हर समय रचना को संवारते रहे। जब देखो अलपक उसे निहारते रहते। तुम हर समय रचना को संवारते रहे। जब देखो अलपक उसे निहारते रहते।
मैं भी मुश्किल से निभा रही हूं सौतेला समझ कर हर काम चला रही हूं, मैं भी मुश्किल से निभा रही हूं सौतेला समझ कर हर काम चला रही हूं,
हिंदी में बातें करें हिंदी में करें काम, तब ही हिंदी पाएगी सम्मानित पहचान। हिंदी में बातें करें हिंदी में करें काम, तब ही हिंदी पाएगी सम्मानित पहचान।
गुरुजी का सीना पुलकित हो गया। उनका मेहनत वसूल हो गया। गुरुजी का सीना पुलकित हो गया। उनका मेहनत वसूल हो गया।
प्यार का जवाब प्यार से देती, जो गुस्सा दिखाए उसकी बोलती बंद कर देती, प्यार का जवाब प्यार से देती, जो गुस्सा दिखाए उसकी बोलती बंद कर देती,
एक रात थी मैं सोई हुई खवाबो में थी खोई हुई। एक रात थी मैं सोई हुई खवाबो में थी खोई हुई।
नकली दो जा जाली दो भगवान मुझे एक साली दो। नकली दो जा जाली दो भगवान मुझे एक साली दो।
पर, किसी न किसी, 'दमयंती' को छोड़कर यह, कलियुगी 'नल' भी रोज़ चला जाता है ! पर, किसी न किसी, 'दमयंती' को छोड़कर यह, कलियुगी 'नल' भी रोज़ चला जाता है !
श से शुभ ष से षष्ठी स से सात ह नहीं रहे अकेला। श से शुभ ष से षष्ठी स से सात ह नहीं रहे अकेला।
हे मेरी सहचरी मै तो गरीब ही भला , मुझे शहंशाह नही बनना है । हे मेरी सहचरी मै तो गरीब ही भला , मुझे शहंशाह नही बनना है ।
खेल रही होली से सारी चाली है, होली खेलन आई घर में साली है। खेल रही होली से सारी चाली है, होली खेलन आई घर में साली है।
तेरी काली - काली सूरत पे, पाउडर भी असर न करें, राख मल्ले, राख मल्ले। तेरी काली - काली सूरत पे, पाउडर भी असर न करें, राख मल्ले, राख मल्ले।
आराम तू कर ले गिलहरी, सुबह काम तुझे है, बहुतेरे गिलहरी। आराम तू कर ले गिलहरी, सुबह काम तुझे है, बहुतेरे गिलहरी।
लिपस्टिक ने मुझको धमकाया नहीं लगाओगी मुझको तो एक्सपायर हो जाऊँगी। लिपस्टिक ने मुझको धमकाया नहीं लगाओगी मुझको तो एक्सपायर हो जाऊँगी।
असर ऐसा हुआ दावत का लालाजी हुए बेहोश एक डॉक्टर था सिरहाने जब उनको आया होश। असर ऐसा हुआ दावत का लालाजी हुए बेहोश एक डॉक्टर था सिरहाने जब उनको आया होश।
मेरा हाथ जा के अटका, यूँ ही हल्की होती जेब पर मेरा हाथ जा के अटका, यूँ ही हल्की होती जेब पर
होली की मस्ती में हम तो भूले बैर। पार्टी देखो बदल रहे बन बैठे हैं गैर।। जोगीरा सा रा होली की मस्ती में हम तो भूले बैर। पार्टी देखो बदल रहे बन बैठे हैं गैर।। जो...
क्यों यह बात किसी ने बताई नहीं और मां ने भी समझाई नहीं। क्यों यह बात किसी ने बताई नहीं और मां ने भी समझाई नहीं।
एक ओर कहती है मुझसे नापतौल के खाया करो हल्का भोजन चबा के खाओ और न वजन बढ़ाया करो। एक ओर कहती है मुझसे नापतौल के खाया करो हल्का भोजन चबा के खाओ और न वजन बढ़ाया ...
आए दिन सुनता रहता हूँ पति पत्नी का झगड़ा। आए दिन सुनता रहता हूँ पति पत्नी का झगड़ा।