साथी सुनाऊं तुमको आओ चलो चलें। साथी सुनाऊं तुमको आओ चलो चलें।
हँस हँस माँ को आपसे ढेरों डाँट पड़ाऊँगी। हँस हँस माँ को आपसे ढेरों डाँट पड़ाऊँगी।
एक बात कई बार कहने की आदत सी हो गई है। एक बात कई बार कहने की आदत सी हो गई है।
नानी की दी गुल्लक पास रखता हूँ आदतन सिक्के भी वहीं डालता हूँ। नानी की दी गुल्लक पास रखता हूँ आदतन सिक्के भी वहीं डालता हूँ।
टिप- टिप बरसा पानी, भूतों को याद आ गई नानी। टिप- टिप बरसा पानी, भूतों को याद आ गई नानी।
जाने कहाँ गया वो दौर, वो नानी के आंगन का झूला, जाने कहाँ गया वो दौर, वो नानी के आंगन का झूला,