हमें खुदा होना है
हमें खुदा होना है
तुम नहीं जानते क्या से क्या होना है,
हर एक रूह को तन से जुदा होना है।
मिलना मिलाना और आशना होना है,
और फिर हर बात को जुबां होना है।
रिश्तों का भी अपना जहाँ होना है,
पहले घर, घर से बढ़कर मकां होना है।
हर औरत को एक दिन माँ होना है।
हर बच्चे को एक दिन जवाँ होना है।
कोई जां बनना किसी की जां होना है,
हां फ़ना करना भी तो फ़ना होना है!
बस कुछ इमां की ऐसा इमां होना है,
भला करना सभी का भला होना है।
हां कुछ फ़ासले को दरमियां होना है,
फिर भी इंसा का मतलब इंसा होना है।
आदमी हो गए फिर और क्या होना है!
मत बनो भेड़-बकरी हमें खुदा होना है।