दूर से देखो मिलो, तो ये चमकते हैं पास जितना जाओ, उतना भ्रम टूट जाता है। दूर से देखो मिलो, तो ये चमकते हैं पास जितना जाओ, उतना भ्रम टूट जाता है।
तूने भी क्या ये कह दिया अपने बयान में इक-हवा जो उठ रहा था वो तूफ़ान हो गया तूने भी क्या ये कह दिया अपने बयान में इक-हवा जो उठ रहा था वो तूफ़ान हो गया
बचपन सब को लुभाता अपनी कोमल काया से युवा प्रेम के पीग बङाता अपनी मनमोहक काया से बचपन सब को लुभाता अपनी कोमल काया से युवा प्रेम के पीग बङाता अपनी मन...
कब सीखेगा इंसा परिंदों से सबक, दुसरों के काम आना और संगी साथियों के लिए हमेशा खड़ा रहना कब सीखेगा इंसा परिंदों से सबक, दुसरों के काम आना और संगी साथियों के लिए हमेशा खड़...
बदलकर खुश रहती है ऐसे ही वो चेहरे ज़माने भर के, मगर सच ही तो है इसका न कोई एक घराना होता है, बदलकर खुश रहती है ऐसे ही वो चेहरे ज़माने भर के, मगर सच ही तो है इसका न कोई एक ...
कुछ तो है साथ पर मौन खुद से कोई सवाल नहीं दुनिया से तेरे सवाल बहुत हैं आखिर! इंसा तुझे हुआ क्या ह... कुछ तो है साथ पर मौन खुद से कोई सवाल नहीं दुनिया से तेरे सवाल बहुत हैं आखिर! ...