I'm Sandeep kumar and I love to read StoryMirror contents.
जलाए कौन मेरे दिल 'का' आशियां 'बेघर', 'जो' दिलवाले 'हैं' उनके भू 'पे' घर नहीं होते। जलाए कौन मेरे दिल 'का' आशियां 'बेघर', 'जो' दिलवाले 'हैं' उनके भू 'पे' घर नही...
आए हमारी याद 'हे प्रियवर! भूल न जाना आने को। आए हमारी याद 'हे प्रियवर! भूल न जाना आने को।
क्या सितम है इस दिल को लगा के 'बेघर' और फिर दिल का आधार तोड़ा हम ने। क्या सितम है इस दिल को लगा के 'बेघर' और फिर दिल का आधार तोड़ा हम ने।
देखो 'बेघर' क्या है बात सब को पता, फिर भी महफिल में कुछ ना कहा कीजिए। देखो 'बेघर' क्या है बात सब को पता, फिर भी महफिल में कुछ ना कहा कीजिए।
उसके दिल में मैं नहीं 'बेघर' ये मेरे दिल को पता क्यूँ है ? उसके दिल में मैं नहीं 'बेघर' ये मेरे दिल को पता क्यूँ है ?
आसमां की आरजू में उड़ रहा इंसान है ये जमीं क्या चीज़ है ये आदमी को क्या पता आसमां की आरजू में उड़ रहा इंसान है ये जमीं क्या चीज़ है ये आदमी को क्या पता
हम तो 'बेघर' रहे हम तो बद नाम थे नाम से क्यूँ हमें फिर पुकारा गया। हम तो 'बेघर' रहे हम तो बद नाम थे नाम से क्यूँ हमें फिर पुकारा गया।
खुद हीं खुद में अब कहाँ हूँ मैं जीते जीते मर चुका हूँ मैं । खुद हीं खुद में अब कहाँ हूँ मैं जीते जीते मर चुका हूँ मैं ।
कल सुबह कब कहाँ फिर ठिकाना मिले आज पहलू में ले रातभर के लिए! कल सुबह कब कहाँ फिर ठिकाना मिले आज पहलू में ले रातभर के लिए!
आप जिससे खेलते वो हैं हमारी बेटियाँ छोड़िये पगली दिवानी आपसे मिलती नहीं। आप जिससे खेलते वो हैं हमारी बेटियाँ छोड़िये पगली दिवानी आपसे मिलती नहीं।