हमारे नेता
हमारे नेता
मर्यादा जो सदन की भूले नेता जिम्मेदार ये....
तू तू मैं मैं ऐसे करते जैसे, खड़े हो भिंड़ी बाजार में...
जहा बैठ कर संविधान की रक्षा का प्रण लेते हैं..
एक दूजे को थोक भाव में भर भर गाली देते हैं...
करे ना खुद संविधान की इज्जत औरों से क्या करवायेगे...
खुद लड़ते है सदन के अंदर, बाहर जनता को लड़वायेगे..
