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सोनी गुप्ता

Romance

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सोनी गुप्ता

Romance

हम सिर्फ तुम्हारे हुए

हम सिर्फ तुम्हारे हुए

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यास की गलियों में इक छोटी-सी उम्मीदे –विसाल हुए ,

अजनबी की तरह ही सही अब दूर सारे गिले हुए II 


आधी से ज्यादा वो आज शबे –गम यहाँ कट गए ,

हमारे साजन हमसे मिले और अब हम उनके हुएI 


हर शाम थी धुआं –धुआं जब कभी भी तुम उदास थे ,

उनको जब आँखों में बसाया तो यादों के सवेरे हुए I


आज वो वक्त भी गुजर गया तन्हाई के ख्यालों का ,

अब तो तमाम उम्र के हर खूबसूरत लम्हें हमारे हुएI 


मेरा दिल ढूंढता है कुछ फुर्सत के वो दिन और रात ,

मुद्दतों बाद ऐसा हुआ वो दिन और रात हमारे हुए I 


दिल हमारा मस्ती में झूम रहा नज़र के फूल लहक रहे ,

जिस राह से निकले उन राहों में पड़े थे फूल बिखरे हुए I 


वो जब सामने आये घबराकर सी लिए थे लब हमने अपने ,

हमारी हर बातों को समझ कर वो तो सिर्फ हमारे हुए I 


जी रहे हैं क्योंकि बाक़ी है अभी तर्के –तमन्ना की आरजू ,

हर आरजू हो पूरी तुम्हारी दिल में यही हसरत लिए हुए I 


जो कुछ भी की थी हमने सिर्फ तमन्ना तुम्हारे लिए रब से ,

पूरी हुई तमन्ना हमारी सोनी अब तो हम सिर्फ तुम्हारे हुए II



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