हम ऐसे भी नहीं
हम ऐसे भी नहीं
सब अपने राज बता दो हमें, माना इतने हम खास नहीं
ना सुना सको हाले दिल भी, अब इतने भी हम ग़ैर नहीं,
कुछ तो है तुम्हारे दिल में भी, तभी तो नज़रें चुराते हो
या नज़र मिलाकर ही कह दो, कि ऐसी कोई बात नहीं,
दिल लेंगे तो दिल ही देंगे, ऐसे लोगों में से हैं हम
लेकर दिल दें आंसू और ग़म, अब ऐसे भी बेदर्द नहीं।

