साँसें रोककर भी तुझे हटा नहीं पा रहा हूं। साँसें रोककर भी तुझे हटा नहीं पा रहा हूं।
मेरा दर्द बेहिसाब हो चला था दर्द में डूबा बेदर्द अस्बाबा हो चला था। मेरा दर्द बेहिसाब हो चला था दर्द में डूबा बेदर्द अस्बाबा हो चला था।
दर्द भी वक़्त के साथ बहता है ना नींद आती है ना चैन आता है। दर्द भी वक़्त के साथ बहता है ना नींद आती है ना चैन आता है।
और जो बिना कहे थे रहा दखल, उसको मिल रही मुस्कराहट। और जो बिना कहे थे रहा दखल, उसको मिल रही मुस्कराहट।
ज़िंदगी इतनी भी बेदर्द नही, इससे खफा न हो कभी। ज़िंदगी इतनी भी बेदर्द नही, इससे खफा न हो कभी।
बेदर्द कहना था पर ज़ुबान पर उनका ही नाम निकला ! बेदर्द कहना था पर ज़ुबान पर उनका ही नाम निकला !