हकीकत
हकीकत
जुबां पर हकीकत
जो लोग रखते है,
दिल के साफ़
तकदीर के मारे होते है।
हकीकत बोल
कभी जमाने से
कभी अपने आप से
हर रोज लड़ते है।
दुनियां की निगाहों में
बेवकूफ होते है।
जिस सच को वो अपनी
दुनियां समझते है।
बेशक हकीकत में वे
हर रोज मरते है।
जुबां पर हकीकत
जो लोग रखते है,
दिल के साफ़
तकदीर के मारे होते है।
हकीकत बोल
कभी जमाने से
कभी अपने आप से
हर रोज लड़ते है।
दुनियां की निगाहों में
बेवकूफ होते है।
जिस सच को वो अपनी
दुनियां समझते है।
बेशक हकीकत में वे
हर रोज मरते है।