STORYMIRROR

Vandana Purohit

Abstract Others

3  

Vandana Purohit

Abstract Others

बारिश कि बूंदें

बारिश कि बूंदें

1 min
145

 

ये बारिश की बूंदें

 धरती को चूम

करती है तृप्त।

   जन्मो की प्यासी 

    आत्माओं में

    जगा देती है

   एक अहसास।

लिये विश्वास

 प्रेम और अनुराग

फिर चल पड़ती है।

   अपनी नई यात्रा की ओर 

   बनने को फिर बूंद

    करने को तृप्त

  जगाने को अहसास

    ये बारिश की बूंदें।



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract