खोयी -सी मैं!
खोयी -सी मैं!
ऐ जिंदगी
लगता है कभी,
जीना है मुझे मेरे साथ !
कुछ पल, कुछ घंटे या दिन
गर मिलें कभी !
सिर्फ मैं और मेरे अंदर छुपी मैं !
दिल खोलके कुछ पल
अपनेही साथ जीना है मुझे !
मजबू्री है कि
खुशकिस्मती ?
कभी वक्त नहीं मिलता,
कभी मिलती नहीं तन्हाई ?
दोनों मिल जाए कभी
तो अंदर छुपी हुई.
मैं ही नहीं मिलती कभी !
