हकीकत बोल जाओ न
हकीकत बोल जाओ न
अरे हमसे क्या शर्माना
सच बताओ न
कुछ पता चल गया
कुछ और बताओ न।।
दिल का आपा खोल कर
रूप की रानी को दिखाओ न
कैसी है वह
खबर सुनाओ न।।
तीन तीन दिन घर में रहने का
क्या कारण है बताओ न
बहुत कुछ बताया है लोगों ने
कुछ और बताओ न।।
आईना दिखाना चाहिए जिसे
उसे दिखाओ न
हकीकत सामने आ गया जब
तो सच से पर्दा उठाओ न।।
जान चुकी है सारी दुनिया जब
तो अब क्या टाल मटोल करना
कैसी है क्या है
हमें भी जनाओ न।।
हकीकत नहीं सही
फोटो क्लिप ही दिखाओ न
अरे फ्रेमिंग कर लिए हो दिल में तो
दुनिया से लड़ जाओ न।।
सच्चा प्यार है तब
मुकाम पर पहुंचाओ न
उस बेदर्दी दिल को
न तड़पाओ न।।
और क्या कहना
कुछ अपने से समझ जाओ न
सामने आकर
हकीकत बोल जाओ न।।