अधूरापन
अधूरापन
प्रेम में
सिर्फ
प्रेम हो
थोड़ी सी
नफरत
ना हो तो
प्रेम अधूरा
होता है
नफरत में
थोड़ा सा
प्रेम ना हो तो
नफरत
अधूरा होता है
दोस्ती में सिर्फ
मधुरता हो
कसैलापन न
हो तो
दोस्ती
अधूरी रहती हो
प्रेम
नफरत
कसैलापन
ये सारे शब्द
एक दूजे के बिना
अस्तित्वहीन है
एक की
पहचान
दूसरे से है।
