STORYMIRROR

Sandeep Kumar

Abstract

2  

Sandeep Kumar

Abstract

हर त्योहार जीवन मे,कई खुशीयां लाते हैं

हर त्योहार जीवन मे,कई खुशीयां लाते हैं

1 min
15


हर त्योहार जीवन मे,कई खुशियां लाते हैं

खुशियों का जो अंबार लगाए,वह रक्षा बंधन मनाते हैं।।


सालों सालों बाद एक बहना, भैया से मिलने जाती है

कई खुशियां मिलते ही आपस मे,बांट लेते हैं।।


यह अनुपम क्षण वर्ष में एक बार हर्षाते हैं

फिर बिछड़ने के बाद न जाने कब मिल पाते हैं।।



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract