कारगिल के वीर जवानों ने अपना..
कारगिल के वीर जवानों ने अपना..
कारगिल के वीर जवानों ने
अपना परचम दिखलाया था
उसके के घर में घुस कर
लोहा उसको मनवाया था।
विजय पताका लहराने को
शहीद खुद को कराया था
जिस पर्वत माला पर धावा बोला
उसी पर्वत माला पर हराया था।।
झुका दिया था झुका नहीं
इतना साहस दिखाया था
एक एक सैनिक को उसका
बंधक हमने बनाया था।।
अपना परचम विश्व पटल पर
अंकित कर दिखाया था
कायर दुश्मन को हमने
उसका औकात दिखाया था।।
उसी के मिट्टी पर उसी को
हमने धूल चटाया था
पर हमने हार नहीं माना
हार उसे मनवाया था।।
तनी बंदुक को उसने
खुद बखुद झुकाया था
उस साहस को आज तक
किसी ने नहीं भुलाया है।।
कारगिल के वीर जवानों ने
अपना परचम दिखलाया....