हजार बार
हजार बार
कहते हो तुम सुर्ख लबों से
ले लो मेरा नाम मेरे सामने
देेखोगेे गर झांक कर
दिलोंं-जांं के रेजा रेजा पे लिखा है
तेेरा नाम एक बार हजार बार
लेती हूंं अकेले में तेरा नाम हजार बार
लिख लिख चूमती हूंं लबों सेे बार बार
उलझ जाता है हया के दामन में
कैसे लूं तेरा नाम एक बार हजार बार
क्यों आ जाती है हया तुुुम्हारे सामने
लरजती हैं क्यों आखें तुम्हारे सामने
क्यों दब जाते हैं ओंठ हया से
क्यों उठता है तुफां एक बार हजार बार
तेरे प्यार का जूनून गिरा देता है
हर एक दीवार अकेले में
चूम लेती हूूं तुम्हारे नाम को
आ जाओ गले लगा लूं एक बार हजार बार।