नारी तुम महान हो ,देश की शान हो
नारी तुम महान हो ,देश की शान हो
भगवान कीअद्भभु रचना हो
तन कोमल मन सशक्त
अनेक गुणों से परिपूर्ण
गुणों की खान हो तुम..
नारी तुम महान हो
भांति भांति देह रचना
रंग रुप अलग अलग
पर कार्यक्षमता कर्तव्यनिष्ठा
में महान हो तुम...
नारी तुम महान हो..
दिखने में सरल शांत शीतल
पर समझने में पेचीदा हो
हरदम जोश करमठता
उमंग उतसाह से भरी रहती हो तुम..
नारी तुम महान हो...
तन मन पर कष्ट सह
घर बाहर समाज
परिवार का सर्वदा
दायित्व निभाती हो तुम...
नारी तुुम महान हो..
नहीं दुर्बल तुम
अनेक वीरांगनाओं की
छवि हो तुम
पाषाण भी मथने का
साहस शक्ति रखती हो तुम..
नारी तुुुम महान हो..
