महफिल में वो आये हैं
महफिल में वो आये हैं
आज हमारे महफिल में वो आये हैं
अपनी खनकती हंसी साथ लाये हैं
ढूंढते हैं वो जो सुनते हैं नाम उनका
कातिल हैैं वो अदा कातिलाना लाये हैैं
देख उन्हें मैैं भी भूल गया
कि वो हमारे मेहमां बन कर आये हैं
देखा जो हुस्नोंं आब का दरिया
आंधी तुफां बन के वो आये हैं

