हिंदी साहित्य।
हिंदी साहित्य।
हिंदी साहित्य एक रंग है,
विभिन्नताओं में भी अध्यात्म की उमंग है।
भक्ति की प्रवाह से संपूर्ण ,
भारत को निर्मल कर दिया।
कई भारतीय भाषाओं के ,
साहित्यों को सबल किया।
अज्ञान ,भेदभाव की ज्वालाओं को शीतल किया,
प्रत्येक धर्म के मोती को एक सूत्र में पिरो दिया।
हिंदी साहित्य एक महासंग्राम है ,
अनेकों आहुतियों का यह परिणाम है।
भारतेन्दु हरिश्चन्द्र का ये आत्ममंथन है,
अनेक साहित्यकारों के जीवन का समर्पण है।
हर भारतीय पुष्प का ये वो सुगन्धित हार है,
जिसे धारण करने को विश्व भी तैयार हैं।
भारतीयों का गौरव और स्वाभिमान,
हिंदी साहित्य हमारे देश का सम्मान हैं।।
धन्यवाद।