हिंद की शान है हिंदी
हिंद की शान है हिंदी
हिंदुस्तान की जुबां है हिंदी
हर व्यक्ति की जान है हिंदी,
हर भाषा से ऊपर है हिंदी
कन्याकुमारी से कश्मीर तक छाई है हिंदी...!!
सागर में गागर को भरती है हिंदी
आधा अक्षर का भी महत्व रखती है हिंदी,
एक ही शब्द के कितने पर्यायवाची रखती है हिंदी
सर्वोतम में बिना आधा र् के ना पूरा करती है हिंदी...!!
एक डोर से बंधे सबको ऐसी मतवाली है हिंदी
तत्सम तद्भव देश विदेशी सब रंगों को अपनाती हैं हिंदी,
सुंदर, मनोरम, मीठी और सरल हम सबको
लगती है हिंदी
ओजस्विनी और अनूठी साहित्य नया गढ़ती है हिंदी...!!
बंदिनी सबकी बनी है हिंदी
सभी के मन को खूब वह भाती है हिंदी,
मीरा तुलसी और कबीर ने लिखा साहित्य अनूठा है हिंदी
सूरदास ने भी देखो सागर में गागर भर डाली है हिंदी...!!
राष्ट्र के माथे पर बिंदी बनाकर दमक रही है हिंदी
नाम देश का दिन पर दिन और गौरवान्वित कर रही है हिंदी,
गूंज रही है हर तरफ वो भाषा शान हमारी है हिंदी
संस्कृत की बहन बनकर देश का और मान बढ़ाती है हिंदी...!!