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हरि शंकर गोयल

Romance Classics Fantasy

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हरि शंकर गोयल

Romance Classics Fantasy

हां मेरे यारा मैं तुझसे

हां मेरे यारा मैं तुझसे

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आज मैं खुलकर के ये ऐलान करता हूं 

हां मेरे यारा, मैं तुझसे प्यार करता हूं 

इश्क है तुझसे ये मैं इजहार करता हूं 

हां मेरे यारा, मैं तुझसे प्यार करता हूं 


दिल ही दिल में मैंने दिलदार तुझे चाहा 

दस्तूरे इश्क जाना, इस तरह से निबाहा 

रातें हुईं बरबाद दिन कटते नहीं अब तो 

कब तक संभालूं दिल आजा सनम अब तो 

बेखुदी में याद तुझे सौ बार करता हूं 

हां मेरे यारा, मैं तुझसे प्यार करता हूं 

आज मैं खुलकर के ये ऐलान करता हूं 

हां मे

रे यारा, मैं तुझसे प्यार करता हूं 


छुप छुप के आंखों से तुम वार करती हो 

हम जानते हैं तुम भी हमसे प्यार करती हो 

मुझे देखकर ऐसे जब तुम मुस्कुराती हो 

सच बोलता हूं हाये कयामत खूब ढाती हो 

खुदगर्ज जमाने से ना अब तकरार करता हूं 

हां मेरे यारा, मैं तुझसे प्यार करता हूं 


आज मैं खुलकर के ये ऐलान करता हूं 

हां मेरे यारा, मैं तुझसे प्यार करता हूं 

इश्क है तुझसे ये मैं इजहार करता हूं 

हां मेरे यारा, मैं तुझसे प्यार करता हूं।


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