रूप चतुर्दशी
रूप चतुर्दशी


मुक्तक :
आज का दिन "सौंदर्य" के लिए कुछ खास है
"रूप चतुर्दशी" पर सौंदर्य में निखार की कुछ आस है
हर सुंदरी का हुस्न चंद्रमा की कलाओं सा बढ़ता रहे
"सौंदर्य की देवी" से हम मर्दों की इतनी सी अरदास है ।
रूप चतुर्दशी पर बहुत बहुत शुभकामनाएं और बधाइयां ।