वक्त मिलेगा तो सोचेंगे अवश्य
वक्त मिलेगा तो सोचेंगे अवश्य


अभी तो फोटोशूट से फुर्सत नहीं है
धक्का मुक्की करने की इबारत नई है
अभी तो मोहब्बत की दुकान खोली है
सत्ता से बाहर हूं इसलिए खाली झोली है
चीन के लिए अभी बहुत काम करना है
डीप स्टेट के लिए भारत को बदनाम करना है
झूठे आरोप लगाने का कीर्तिमान बनाना है
संसद को कुश्ती का अखाड़ा बना के दिखाना है
जाति का कार्ड खेलकर देश को खंड खंड करना है
भाषा , प्रांत , मज़हब के आधार पर सबको बंटना है
मजहबियों के लिए आरक्षण कराने में व्यस्त हूं
ईवीएम , चुनाव आयोग को बदनाम करने में मस्त
हूं
दीदी तो सेट हो गई, अब "जाजाजी" को भी करना है
भानजे भानजी को भी मुझे ही तो सेट करना है
वोट बैंक के लिए धारा 370 हटाना बाकी है
अभी तो हिंदूओं को मुसलमान, ईसाई बनाना बाकी है
सनातन के अपमान का कोटा अभी पूरा नहीं हुआ है
अडाणी के बहाने सत्ता मिलने का सपना पूरा नहीं हुआ है
मेरे समूचे खानदान ने जो किया वही हम भी करेंगे
इस देश को बर्बाद करने में एड़ी चोटी एक कर देंगे
फिर किसी को बम से उड़वाकर सिंपेथी कार्ड खेलेंगे
यदि वक्त मिलेगा तो भाइयों, देश के बारे में भी सोचेंगे ।