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Vinita Shukla

Fantasy

3  

Vinita Shukla

Fantasy

गूँजने दो मौन का संगीत

गूँजने दो मौन का संगीत

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गूंजने दो मौन का संगीत 

थामकर विचार- मन्थन 

और मन की उथल- पुथल 


क्षितिज की तांबई आभा को

देखें बस अविकल उन शांत लम्हों में  

जब पड़े सुनाई  

भोर की शहनाई - 


सरसरा उठे पवन  

लहरों में हो कम्पन 

डाल- डाल फूट पड़े   


कोयल का गीत गूंजने दो

मौन का संगीत !


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