"गलवान के बलवान "
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गलवान के बलवानों की शौर्य गाथा आज पूरा विश्व जान रहा,
ऐसे भारत माता के वीर सपूतों की जीत मे मेरा
मन प्रफुल्लित हो नाच रहा।
गलवान के वीरों ने चीन के विस्तार-वाद की धज्जियाँ उड़ा कर,
दुनिया को भारत माता के लाल की पहचान कराई है।
गलवान के वीरों ने माँ भावनी को फिर याद किया,
चीन के ४० - ५० सैनिकों की रीढ़ की हड्डी और गर्दन तोड़ कर,
भारत माता के ऊपर कुदृष्टि करने वालो का भीषण संहार किया।
गलवान के वीरों ने एक- एक इंच धरा भारत की वापस,
उन गदारो से ली और उनको अपना शौर्य,
पराक्रम दिखा कर,
भारत के तिरंगे की गरिमा का गान किया।
गलवान के वीरों ने अपनी राष्ट्र - भक्ति का लोहा चीन को मनवा दिया,
देशसेवा, वीरता, सौर्य, पराक्रम चीन को दिखा दिया,
भारत के जवान, वो जवान नहीं,
जो किसी पार्टी (जैसे-पीएलए चीन) के कार्यकर्ता हैं ,
वे तो भारत माता की आन - बान - शान के लिए जिंदगी न्योछावर -करता है।
गलवान के वीरों को शत शत नमन बारम्बर-बारम्बर है ,
हाथ जोड़ कर वंदना ऐसी माँ को जिनके ये लाल है,
वंदन उन बहनों को जिस के मस्तक का ये ताज़ है।