गरीब की दीपावली
गरीब की दीपावली
दीपों की माला सी सजी
दीपावली हमें मनाना है।
मानवता का धर्म निभा कर
किसी गरीब के घर दिए जलाना है।
धर्म जात पात का भेद मिटाकर
किसी के आंगन में खुशियों के दीप जलाना है
इस साल हमें ऐसी दीपावली मनाना है।
पटाखे ज्यादा फोड़कर
वायु प्रदूषण हमें ना फैलाना है।
इस बार सांसों के रोग से लड़ते हुए
लोगों को हमें बचाना है।
ग्रीन पटाखे जलाकर इस बार
हमें दीपावली मनाना है।
किसी गरीब के सामान खरीद कर
उसके घर की खुशियां हमें बन जाना है।
इस बार हमें ऐसी दीपावली मनाना है।