गीत - प्यार
गीत - प्यार
दिल में बसे हो तुम दिल खोया खोया रहता है
खामोश लब है कुछ कह नहीं पाता है
जैसे दो लहरें टकराई एक दूसरे से मिलकर एक हो जाती है
तुम्हारा ही एहसास हर पल दिल में रहता है
मेरे दिल में जो सवालों का तूफान उठा है
कहीं ओर दिल लगता नहीं तन्हा तन्हा रहते है
जब तुम कहीं नजर नहीं आते नजरों को तुम्हारी तलाश रहती है
न मिलूं तुमसे तो दिल कहीं नहीं लगता है
तुम ही हो मेरे मन के मीत तुम से जीवन में बहार है
सब सूना सूना लगता जब तुम साथ नहीं होते हो
तुम ही मेरे दिल के पास हर साँसों में बसते हो
वादा करें हम आज हमेशा हमारा साथ हो।