"गांधी जी के तीन बन्दर "
"गांधी जी के तीन बन्दर "
गांधी जी के विचारों से
हम सबको अवगत होना
बुराइयों से मुख मोड़ लो
यह बापू का है कहना
बुरी नज़र है आपकी
या बुरा कर रहें लोग
मत देखो यैसे कार्यो को
करते हैं जो लोग रोज़
सच्चाई के मार्ग में
नित नवीन रखो कदम
बुरी बातों को मत सुनो
बातें अच्छी सुने हम
जिह्वा घातक अश्त्र है
वाणी को दो विराम
सर्वत्र मीठा बोलने से
बन जाते बिगड़े काम
अहिंसा है परम् धर्म
बापू का ये सम्बोधन
मन मे यह दीप्ति हो
अमल करें जन जन
सदाचार सन्देश लिए
गांधी जी के तीन बन्दर
कर्तव्य मार्ग में डटे रहें
गतिमान रहे निरन्तर।
