चिकित्सक
चिकित्सक
वैद्य देख रोगी को, करता जब उपचार
छूते ही नाड़ी को, करता शोध, विचार
असाध्य रोग हो या फिर सर्दी जुकाम
रोगी के प्रति वैद्य का सम्भव इंतज़ाम
नाम के ये वैद्य हैं वर्तमान में यह भगवान
हित कल्याण भाव से करता इन्हें प्रणाम
उचित परामर्श हेतु जाते जब इनके पास
मन में भरी दुविधा का दिलाते हैं विश्वास
रोगी के कल्याण में हर सार्थक है प्रयास
भेदभाव न होता इनमें करते जब इलाज
निभाते हैं कर्तव्य को सुबह हो चाहे शाम
करुणा भाव से डट कर देते कार्य आयाम
