“एक स्वर्गिक सम्बन्ध "
“एक स्वर्गिक सम्बन्ध "
तारों से भी सुंदर एक आशियाना हो ,
स्वर्ग से भी मधुर अपना प्रेम हो !
जन्नत है वो ज़िंदगी जिसमें ,फूल कांटे संग हों
ऐसा एक रिश्ता हो जो प्यारा और सच्चा हो !
बिन बोले ,बिन सुने जो दिल की बात समझ जाये ,
इतनी खूबसूरत वो गहराई हो !
सितारों की टिमटिम और चाँद की चांदनी
जिसमें दोनों ,संग हों !
चंचल सी एक कली हो ,
जो शाखा में मोती की तरह पिरोई हो ,
उस एक हंसी में जो आंखें भिगोई हों ,
दर्द हो, गम हो ,उदासी हो , फिर भी
एक खिले हुए जीवन की महक हो !
