"तेरे प्रेम का स्पर्श"
"तेरे प्रेम का स्पर्श"
हर दिन तेरा मुझे “जान” कहकर पुकारना,
और मेरा उस पर यूँ हल्के से मुस्कुरा देना,
मन को बहुत भाता है।
हर दिन तेरा मुझे वो खुशियाँ देना,
जिन्हें मैंने वर्षों पहले भुला दिया था,
हृदय को अपार आनंद देता है।
हर क्षण तेरा यह कहना “तुम्हारी याद आती है”,
और उस पर निःस्वार्थ चिंता प्रकट करना ,
मन को आलोकित कर देता है।
हर घड़ी तेरा ये कहना “तुम मुझे पूर्ण करती हो" ,
हृदय को उमंग से भर देता है।
मेरे अनगिनत निषेधों के उपरांत भी,
हर विषम-अनुकूल परिस्थिति में तुम्हारा संबल बनना,
जीवन को अनन्त विश्वास से बाँध देता है।
मेरी हर अभिव्यक्ति पर तेरा “ईश्वर-तुल्य आस्था रखना”,
मुझे, मेरे अस्तित्व से अधिक मूल्यवान बनाता है।
हर क्षण तेरा यूँ बिन कहे
अपने नयन-पथ में मुझे सजाए रखना,
मन को अपार संतोष देता है।
तेरा ये कहना प्रेम की इस डोर को
“जन्मों जनम तक बनाये रखना”,
मेरे अंतर्मन को अलौकिक आनंद से भर देता है।
