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Shiv kumar Gupta

Tragedy

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Shiv kumar Gupta

Tragedy

एक रात और चाहिए जिंदगी का

एक रात और चाहिए जिंदगी का

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एक रात और चाहिए जिंदगी का,

सफर है सुहाना इस जिंदगी का ,

आगमन हुआ है तो विदाई जिन्दगी का,

दुल्हन होगी जिंदगी आखिरी सफर का l

        भागते रहे बंद आंखों से पूरी जिंदगी का, 

         गुमान इतना रहे इस मिट्टी के तन का, 

        ना सोचा कभी किसी के भेद पराया का,

         अब तो आए बुलावा मेरी जिन्दगी का l

एक रात और चाहिए जिंदगी का,

सफर है सुहाना इस जिंदगी का ,

आगमन हुआ है तो विदाई जिन्दगी का,

दुल्हन होगी जिंदगी आखिरी सफर का l

          कभी पैसों के कभी दिवाना शमां का,  

          ना सुख-दुख देखा अपना जीवन का, 

          आखिरी दिन आये इस जिंदगी का, 

          लेखा-जोखा मिलने लगे जिंदगी का l

एक रात और चाहिए जिंदगी का,

सफर है सुहाना इस जिंदगी का ,

आगमन हुआ है तो विदाई जिन्दगी का,

दुल्हन होगी जिंदगी आखिरी सफर का l

           अब तो जाना होगा इस जहां से, 

            जिंदगी की गाड़ी रुकेगी संसार से, 

            चाह और क्यों है इस दुनिया से,

            जीवन की मिन्नत हो रहे हैं ईश्वर से 

एक रात और चाहिए जिंदगी का,

सफर है सुहाना इस जिंदगी का ,

आगमन हुआ है तो विदाई जिन्दगी का,

दुल्हन होगी जिंदगी आखिरी सफर का l


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